मेरा नाम आदित्य है मेरी फैमिली में मॉम डैड और मेरी एक छोटी बहन बहन है पापा जॉब करते हैं और मां हाउसवाइफ है और बहन पढ़ाई कर रही है मैं अपना ग्रेजुएशन कंप्लीट करने के बाद जॉब की तलाश में मुंबई चला गया और वहां जाकर मैंने एक कंपनी ज्वाइन कर ली वहां पर मैंने वह मैंने 1 साल तक काम किया लेकिन फिर मुझे मुझे सैलरी कम मिली इसलिए मैंने वह जॉब छोड़ दी और फिर मैंने अप्लाई किया एक बड़ी कंपनी में उस कंपनी का बॉस मिस्टर सतीश बहुत बड़े करोड़पति थे उनकी एक बेटी नेहा थी मैंने उस कंपनी में अप्लाई किया और जब मैंने इंटरव्यू दिया तो मेरा सिलेक्शन भी हो गया सिलेक्शन के बाद मैं कंपनी में ज्वाइन हो गया और मैंने काम करना शुरू कर दिया सतीश सर की बेटी रोज ऑफिस आती थी और काम करती थी मेरे उसके साथ अच्छी दोस्ती हो गई थी और वह भी मेरे साथ अच्छे से बात करती थी कभी यह नहीं जताया करती की कि वह बॉस की बेटी है ऐसे ही 1 साल बीत गया और नेहा और मैं बहुत अच्छे दोस्त बन गए हम अक्सर बाहर घूमा करते थे और पार्टीज में भी जाया करते थे ऐसे ही करते 1 दिन मैंने नेहा को प्रपोज किया उसने भी एक्सेप्ट कर लिया और फिर हम गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड बंदे ऐसे ही अब हमें कुछ महीने हो गए थे मैंने नेहा से कहा कि हमें सर को बता देना चाहिए नेहा ने कहा बिल्कुल नहीं पापा को अगर बताए तो पता नहीं मैं तुम्हारे साथ क्या करेंगे इसलिए उन्हें नहीं पता चलना चाहिए और फिर ऐसे ही कुछ दिन बीत गए एक दिन नेहा के पापा मतलब सतीश सर ने मुझे नेहा के साथ देख लिया और उन्हें सब पता करवाया कि मेरा और नेहा का क्या रिश्ता है और फिर अगले दिन मुझे ऑफिस बुलाया और बोले मेरी बेटी नेहा को जानते हैं मेरे पसीने छूटने लगे मैंने कहा जी सर..... सर बोले मैंने यूएस अपना नया ऑफिस सेट अप करने के लिए नेहा को भेजने की सोच रहा था तो उसके यह फाइल लो और सब डिस्कस करके नेहा को बता देना मुझे समझ नहीं आ रहा था मैं क्या करूं और कैसे बाहर आ गया और फिर मैंने नेहा को सब बताया वो सीधा सर से बात करने के लिए पापा यह क्या है आपने मुझे यूएस भेजने का कब तक किया वह क्या है ना बेटा हमारा नया ऑफिस वहां सेट अप करना है इसलिए तुम वहां सब के सब संभालो लेकिन पापा देखो बेटा वैसे भी 1 साल की तो बात है फिर वापस आ जाना ओके पापा..
नेहा बाहर आई और मुझे समझाया कि देखो आदित्य मुझे 1 साल के लिए यूएस जाना पड़ेगा 1 साल के बाद में पापा से हम दोनों की बात करूंगी और फिर मैं यहां मुझे हग करके वहां से चली गई फिर मैंने सोचा कि 1 साल की बात है फिर नेहा आ जाएगी तो मैं ऊसे शादी करूंगा मुझे क्या पता था सर ने जानबूझकर नेहा से मुझे दूर किया और अब पता नहीं मेरे साथ क्या करेंगे..
दूसरी तरफ सर मेरे घर गए और मेरी मम्मी पापा को बोले देखो तुम्हारे बेटे ने क्या किया मेरी बेटी के साथ पापा और मम्मी बोले क्या हुआ सर तुम्हारा बेटा मेरी बेटी से प्यार करता इसलिए मैंने अपनी बेटी को विदेश भेज दिया वह 1 साल बाद लौटेगी और अब तुम्हारे बेटे ने गलती की है उसकी सजा तो उसे मिलेगी पापा ने हाथ जोड़ते हो क्या सर प्लीज मेरे बेटे को कुछ मत कीजिए मैं उसे समझा लूंगा कि आपकी बेटी तो पीछा छोड़ दे सर ने कहा देखिए यह सब मुझे नहीं पता उसकी सजा सिर्फ एक ही मौत मम्मी पापा रोते हुए सतीश सर से विनती की कि ऐसा ना करो एक और रास्ता है जिससे आपका बेटा बच जाएगा लेकिन उसके लिए आपको आपके बेटे कौन नामर्द बनाना होगा और एक लड़की बनाकर उसे 1 साल के अंदर मेरे ऑफिस में ज्वाइन करना होगा एक रास्ता है अब आप सोचिए आपको अपना बेटा चाहिए या .
और अगर आप इसके लिए राजी है तो यह मेरी तरफ से 10 करोड आपके लिये ठीक है मैं चलता हूं आपकी होने वाली बेटी को 1 साल के अंदर मेरे ऑफिस भेज दीजिए वरण वो नाही बाचेंग और फिर सर चलेंगे मम्मी पापा वहीं बैठ कर रोने लगे शाम को जब मैं मर गया तो सब शांत था मैंने मम्मी पापा से बात की मम्मी ने मुझसे कुछ नहीं कहा अगले दिन ऑफिस गए मुझे ऑफिस से निकाल दिया गया मैंने इसका कारण पूछा तो मुझे कोई कारण नहीं दिया गया फिर मैंने नेहा को कॉल किया उसका फोन नहीं लगा फिर मैं घर पर आ गया और मम्मी पापा को सब बताइए उन्होंने मुझसे कुछ नहीं कहा अगले दिन सुबह-सुबह मां कमरे में आई हो अभी तक सो रहा है चल कुछ काम कर ले आज से पहले मां ने मुझे कभी काम करने को को नहीं कहा मैंने मां को कहा क्या मजाक कर रहे हो मां मां ने कहा मजाक तो तुम समझ रहा है जल्दी उठ और मेरी मदद कर मैं अपनी मां की तरफ देखा तो वह मजाक की मूड में नहीं थी मां ने कहा बहुत दिन से घर की सफाई नहीं की कैसे ले चल तू मेरी मदद कर दे वैसे भी तेरी बहन को तो काम होता होता है और पढ़ाई भी करती है बेचारी तेरी मां ने मुझे घर के कामों में लगा पूरे दिन भर मुझे घर की साफ सफाई करवाएं पूरे दिन काम करके मेरा बदन टूट रहा था मैं कमरे में बैठा था और मां आई और बोली थक गया बेटा जा मैं तेरा सर दबा दूं फिर मैंने मेरी सर की मसाज और मेरे लिए दूध लाई और पीने को दिया मैं दूध पी रहा था और मां की आंखों में आंसू आ गया मैंने मां से कहा क्या हुआ मां मां बोली कुछ नहीं करता चल जल्दी से दूध पीने और सो जा अगले दिन में नेहा को कॉल करने की कोशिश की लेकिन उसका फोन आज भी नहीं लग रहा था ऐसे ही एक महीना बीत गया मैं रोज नेहा को कॉल करता है लेकिन उसका फोन नहीं लग रहा था मैं घर पर रहता हूं रोज मां मेरे लिए दुध लाती है मेरा दुलार करती और पता नहीं कभी-कभी रो भी पड़ती एक दिन मेरे सीने में दर्द होने लगा और पेट में भी मैंने मां को बताया तो मा और मुझे अस्पताल ले गई डॉक्टर ने मेरी कुछ जांच की और फिर मां को बताएं इनमें फीमेल हारमोंस काफी तेजी से बढ़ रहे हैं क्या यह कोई दवाई ले रही है मां ने कहा मैं बाहर बैठा था माने डॉक्टर से कहां जी जी मेरा बेटा हारमोंस की दवाई ले रहा है आपके हिसाब से कब तक लेनी चाहिए डॉक्टर ने कहा देखिए अगर आपका बेटा अपनी मर्जी से अपना जेंडर चेंज करवाना चाहता है तो कोई बात नहीं लेकिन अगर आपको डेवलपमेंट फास्ट चाहिए तो आप उसे हार्मोन इंजेक्शन दिला सकते हैं और खास बात उससे फीमेल की जैसा रहने को कहिए जिससे कि उसका विकास और तेजी से होगा और वह जल्दी डेवलप्ड होगा ठीक है डॉक्टर कल इंजेक्शन लगवाने आपके पास आती हूं जी ठीक है
आप कभी भी लेकर आ सकती है ठीक आहे agale Din Na Mujhe use doctor ke pass Le Gai maine kaha man Mujhse fir se Kyon Lekar Aaye Hain doctor ne Kahan Hai Tujhe injection Leni padenge FIR main Hospital kahan Gai to doctor ne mujhe ek injection Diya aur boli agale Hafte fir se aana aise hi 2 mahine Tak Mujhe injection ke dost lag rahe the Mere andar Kafi Badla rahe the aur Sine Mein Bhi Dard hone laga tha ....
0 टिप्पणियाँ